कही ----अनकही
नहीं होते सबकी किस्मत में वह लोग
जो समझ ले बिन कहे जज़्बात ...
हालात ... एहसास और अल्फाज़
मैंने समझी है तुम्हारी कही हुई हर बात...
उन शब्दों का अर्थ ...
उन शब्दों से परे भी
जो शायद तुम कहना चाहते हो मुझसे....
और मैं समझ लेती हूं तुम्हारी खामोशी को भी...
मगर अफसोस हर बार और हमेशा सिर्फ मैं ही समझती हूँ
प्रेरणा अरोड़ा