सावन सिर्फ ,विरह की वेदना
और मिलन का एहसास नहीं कराता
सावन हमें सिखाता है
कि बिना यह सोचे
कि वापस क्या मिलेगा
बरस जाओ ,
बादल की बूंदों की तरह
धरती पर
बुझा दो ,तपती धरती की प्यास
उसकी तड़प ,उसकी अपूर्णता
ऐसे ही अगर इस मानव जीवन में
तन से... मन से... या धन से...
कर सको किसी की सेवा
ला सको किसी ,उदास चेहरे पर मुस्कान
सहयोग कर सको
किसी के सपनों को , पूरा करने का
बन सको किसी की , आँखों में उम्मीद की चमक
तो ऐसा मौका मत छोड़ना
अपनी मदद का हाथ ,उसकी ओर ज़रूर बढ़ाना
अगर तुम्हारा जीवन
किसी अन्य के जीवन की कमी को ,पूरा करने के काम आ जाए
इससे बेहतर और सुंदर ,इस नश्वर शरीर का उपयोग क्या होगा
😃😃
😃प्रेरणा अरोड़ा😃