मन में उठा एक सवाल
क्या शादी के बाद प्रेम गौण हो जाता है ?
सब कुछ पा लेने के बाद
आदमी का व्यवहार क्यों बदल जाता है ?
अब नहीं होती फोन पर घंटों बात
फूलो, पत्रों,उपहारों की नहीं मिलती सौगात
बस रटी रटाई राहों पर चलती है जिंदगी
बच्चों ,खर्चों , EMI के बीच
समय ही नहीं मिलता करने को दिल्लगी
पर जानती हूं प्यार कभी खत्म नहीं होता
बस इजहारे इश्क बदल जाता है
लॉन्ग ड्राइव जाने की बजाय
सुरक्षित भविष्य की ओर जीवन मुड़ जाता है
रखते है एक दूसरे का ख्याल
बस अंदाज ए बयां बदल जाता है
क्या सही है तुम्हारे स्वास्थ्य के लिए
उसी के अनुसार पूरा परिवार ढल जाता है
जैसे-जैसे बढ़ती है उम्र
बालों पर सफेदी छा जाती है
इजहार ए इश्क होठों से नहीं होता
नजरों से अपनी कहानी कही जाती है
चांद तारों के झूठे कसमे वादे
अब मन को नहीं बहलाते है
घर के काम निपट जाए तो
थोड़ी देर हम walk पर चले जाते है
नहीं होता है पहली नजर में प्यार
ये बात अब समझ में आती है
धीरे-धीरे उसकी कमियों की भी
हमको आदत हो जाती है
उन्होंने भी अपनाया है मुझको
मेरी हर बुरी आदत के साथ
निभाया है हर कदम पर अपना कर्तव्य
चाहे आई खुशियों भरी सुबह या ग़मों की हो रात
इतनी सी चाहत है इस दिल की
इतना ही है मुझको कहना
हर जन्म में मिले साथ तुम्हारा
मुझको तेरे ही दिल 💕में सदा रहना
प्रेरणा अरोड़ा